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मुरैना3 मिनट पहले
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हत्या और आत्महत्या की इस गुत्थी को मुरैना पुलिस अब तक नहीं सुलझा पाई।
- मुरैना के पलिया कॉलोनी में पत्नी-बच्चों की हत्या के बाद फंदे से झूलने वाले किराना दुकानदार की आत्महत्या का मामला
शहर में पलिया कॉलोनी में पत्नी, बेटे व बेटी की हत्या के बाद फंदे से झूलने वाले किराना दुकानदार सत्यदेव शर्मा मामले की गुत्थी उलझती जा रही है। इस सनसनीखेज वारदात की परतें उधेड़ने में पुलिस के हाथ खाली हैं। घरेलू कलह और जमीन-जायदाद को लेकर पिता व भाईयों से विवाद की बात सामने आई थी। इस मामले में बुधवार को पुलिस ने भाई व भतीजे के बयान लिए, लेकिन वे इस तरह के विवाद से साफ मुकर गए। बोले कि अभी तो सारी जायदाद पिता के नाम पर है।
शर्मा फैमिलीकांड में जहां मृतक उषा शर्मा के मायके वालों ने इस वारदात की मुख्य वजह भाइयों और पिता द्वारा जायदाद में हिस्सा न देना बताया है। वहीं दूसरी अोर बुधवार को सिविल लाइन थाना पुलिस ने पिता जगदीश शर्मा, भाई सुभाष शर्मा, पंकज शर्मा और भतीजे सहित अन्य सदस्यों के बयान लिए तो वे प्रॉपर्टी विवाद से साफ मुकर गए। उनका दावा है कि अभी जमीन-जायदाद तो पिता जदगीश शर्मा के ही नाम है। फिर विवाद की बात कहां से आती है।
पानी पीकर दो घंटे में पिता ने दर्ज कराया बयान
पुलिस के सामने बयान दर्ज कराते समय सत्यदेव शर्मा के पिता जगदीश शर्मा का बीपी बार-बार बढ़ जा रहा था। उन्हें बार-बार पानी पिलाया जाता रहा। पूरे दो घंटे उन्हें अपने बयान दर्ज कराने में लगे।
गांव वालों का दावा प्रॉपर्टी का विवाद
सत्यदेव शर्मा के पिता और भाईयों से इतर गांव के लोगों का दावा प्रॉपर्टी को लेकर ही है। बताते हैं कि सत्यदेव शर्मा को उनके पिता और भाई जायदाद में हिस्सा नहीं दे रहे थे। उनका खुद की दुकानदारी घाटे में चल रही थी। होली के दिन पिता व भाईयों के विवाद की बात भी पुलिस को गांव वालों ने बताया है।
पुलिस ने दुकान से जब्त किए बही
सिविल लाइंस पुलिस ने बुधवार को सत्यदेव शर्मा की किराने की दुकान खुलवा कर उसकी तलाशी ली। दुकान में मुश्किल से 20 हजार रुपए का सामान रहा होगा। पुलिस को दुकान से बही सहित अन्य जरूरी दस्तावेज मिले हैं।
पहले टैंकर चलाते थे सत्यदेव शर्मा
सत्यदेव शर्मा ने परिवार पालने के लिए पहले टैंकर चलाएं। इसके बाद उन्होंने डेयरी की दुकान की। किराने की दुकान उनका तीसरा बिजनेस था। पर अब तक ससुराल वाले या परिवार वालों से पुलिस को ऐसा कुछ भी नहीं मिला है, जिससे इस हत्या व आत्महत्या कांड की पहेली को सुलझाया जा सके।
ये थी घटना
एक अप्रैल को पलिया कॉलोनी निवासी सत्यदेव (45), उनकी पत्नी ऊषा (42), बेटे अश्विनी (12) और बेटी मोहिनी (10) के शव घर में मिले थे। सत्यदेव के पिता व भाई जौरा में रहते हैं। सत्यदेव का शव जहां फंदे से लटका मिला था। वहीं पत्नी और बच्चों का गला कटा था। अभी तक की पुलिस जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि पत्नी व बच्चों का गला काटकर सत्यदेव फंदे से लटके होंगे। एक अप्रैल की सुबह नौ बजे दूधवाला पहुंचा, तब इस वारदात की जानकारी लोगों को हो पाई थी। पर इस वारदात की वजह अब तक पुलिस नहीं खोज पाई है।