- सिर्फ ऑनलाइन ही फॉर्म भरे जा सकेंगे, फीस भी डिजीटल माध्यम से ही भरनी होगी
- परिवहन आयुक्त के आदेश के बाद मंगलवार को कर्मचारियों की बैठक के बाद खोले जाएंगे आफिस
दैनिक भास्कर
Jun 15, 2020, 08:43 PM IST
भोपाल. आरटीओ ऑफिस में एक बार फिर ड्राइविंग लाइसेंस जल्द ही बनने शुरू हो जाएंगे, लेकिन कुल भरे गए फार्म में से सिर्फ 50 प्रतिशत ही लाइसेंस बनाए जाएंगे। फॉर्म भरने से लेकर सभी तरह की फीस भी ऑन लाइन ही जमा करना होगा। परिवहन आयुक्त, ग्वालियर के आदेश जारी करने के बाद मंगलवार को इस संबंध में सभी आरटीओ कार्यालय में मीटिंग होगी। इसमें सुविधाओं को शुरू करने को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
लॉकडाउन के कारण अभी तक आरटीओ में नए ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर उनके रिन्यूवल तक के कार्य बंद थे। इसी के चलते अंतिम तारीख वाले सभी लाइसेंस और राजिस्ट्रेशन की वैद्यता तारीख 30 सितंबर की गई है। इस दौरान सिर्फ ऑनलाइन ही वाहनों को लेकर कार्य किए गए। हालांकि नए और नवीनीकरण वाले कार्य बंद रहे। अब इसे दोबारा से शुरू किया जाने के आदेश जारी किए गए हैं।
एक बार में चार ही व्यक्ति के हो सकते हैं फोटो
भोपाल आरटीओ में नवीन लाइसेंस बनने से लेकर उनके नवीनीकरण तक के रोजना करीब 300 लोगों को स्लॉट दिए जाते हैं। नए आदेश में यह संख्या 50 प्रतिशत करने के दिए गए हैं। ऐसे में एक दिन में करीब 150 लोगों को ही स्लॉट दिए जाएंगे। सभी को कार्यालय में सिर्फ मास्क लगाकर आने पर ही प्रवेश दिया जाएगा। वर्तमान में एक बार में सिर्फ चार लोगों के लिए विंडो है।
एक व्यक्ति पर 10 मिनट का लगता है समय
राजधानी के आरटीओ ऑफिस में एक बार में चार व्यक्तियों को स्लॉट मिलता है। फोटो खिचवाने से लेकर साइन और अन्य तरह के कार्य में एक व्यक्ति पर करीब 10 मिनट का समय लगता है। ऐसे में सोशल सिस्टेसिंग का पालन कराने को लेकर आरटीओ कर्मचारी चिंता में है। मंगलवार को इसको लेकर आरटीओ में एक बैठक होगी। उसके बाद ही इसके पालन कराने को लेकर तैयारी और नियम बनाए जाएंगे।
यह हैं नए नियम
सभी प्रकार के कायों के लिए सिर्फ ऑनलाइन फॉर्म ही स्वीकार किए जाएंगे।
टैक्स और फीस सिर्फ ऑनलाइन ही मान्य होगी।
नए वाहनों के पंजीयन के आवेदन केवल वीआईडी के माध्यम से ही भरे जा सकेंगे।
नए लाइसेंस के आवेदन के लिए पूर्व आवंटित स्लॉट की तुलना में 50 प्रतिशत स्लॉट निर्धारित किए जाएंगे।
वाहनों के फिटनेस जारी करने संबंधी आवेदन के लिए पहले से आवंटित स्लॉट की तुलना में 70 प्रतिशत स्लॉट ही दिए जाएंगे।