- पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- शिवराज सरकार में लॉकडाउन में भी मासूम बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं
- पीड़िता के गांव पहुंचे आईजी अनिल शर्मा, कहा- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
- पहले बताया गया था कि कुएं में गिरने से हुई थी बच्ची की मौत, अब 4 संदिग्ध हिरासत में
दैनिक भास्कर
Jun 01, 2020, 06:56 PM IST
छतरपुर. यहां 29 मई की सुबह एक 5 साल की बच्ची का शव घर से कुछ दूरी पर स्थित कुएं में मिला था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू की थी। पीएम रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया है, पीएम रिपोर्ट में बच्ची के साथ दुष्कर्म फिर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना को शर्मसार करने वाली बताया है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार में लॉकडाउन में भी मासूम बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। वहीं पीड़िता के गांव पहुंचे आईजी अनिल शर्मा ने कहा- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। घटना छतरपुर के नौगांव थाना क्षेत्र स्थित लुगासी चौकी के बनगायं गांव की है।
जो लोग विपक्ष में इस तरह की घटनाओं पर मासूम बच्चियों को लेकर धरना देते थे , आज सत्ता में आते ही ऐसी घटनाओं पर मौन क्यों है ?
इस घटना में पुलिस की लापरवाही की बात सामने आ रही है।
दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो , लापरवाहो को दंडित किया जावे , पीड़ित परिवार की हारसंभव मदद की जावे।
2/2— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 1, 2020
रविवार दोपहर छतरपुर के पुलिस अधीक्षक कुमार सौरभ बनगायं गांव पहुंचे। उन्होंने थाना पुलिस को भी फटकार लगाते हुए इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पुलिस ने गांव के ही चार संदिग्धों को इस मामले में हिरासत में ले लिया है।

शुक्रवार को सुबह मिला था बच्ची का शव
बनगायं गांव में गुरुवार की रात रोज की तरह 5 साल की बच्ची अपने दादा के साथ सोई थी। शुक्रवार सुबह बच्ची का शव मकान से करीब 500 मीटर दूर एक कुएं में पड़ा मिला था। पुलिस ने पहुंचकर जांच की और शव का पीएम कराया एवं जांच शुरू कर दी थी। इस मामले में परिजन बच्ची की हत्या किए जाने की लगातार बात कह रहे थे। रविवार सुबह पीएम रिपोर्ट आई, जिसमें बच्ची के सिर में एवं नाजुक अंग में चोट पाए जाने पर पीएम करने वाले डाॅक्टर ने दुष्कर्म एवं फिर हत्या की पुष्टि की।

घटना के बाद टीआई नहीं पहुंचे गांव
पीड़ित परिवार घटना के रोज से ही बच्ची की हत्या किए जाने की बात कर रहा था, लेकिन पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। यहां तक कि इस गंभीर घटना के बाद नौगांव थाना प्रभारी बैजनाथ शर्मा गांव नहीं पहुंचे। शनिवार को पीड़ित परिवार ने एसपी से मिलकर थाने की पुलिस पर लापरवाही करने और मामले को दबाने का आरोप लगाया। इसके बाद रविवार को पीएम रिपोर्ट आने पर एसपी बनगायं पहुंचे। वहां से उन्होंने फोन लगाकर टीआई शर्मा को बुलाया, तब वह गांव पहुंचे।